सोने से ठीक पहले बच्चे को स्तनपान न कराएं!
पेट स्तन पिलानेवाली / / April 05, 2020
पहले महीने से शिशुओं में उल्टी होने से प्रकट होने वाला रिफ्लक्स, पेट की सामग्री को घुटकी और यहां तक कि मुंह में वापस करना है।
इस बात पर जोर देना कि बच्चों का स्तनपान विशेष रूप से सोने से पहले बढ़ जाता है बाल स्वास्थ्य और रोग विशेषज्ञ Assoc। डॉ नर्मिन तनुसुमाताओं से दस सलाह:
1- भाटा निदान बिस्तर वाले बच्चों को 30 डिग्री तक उठाया जाना चाहिए। बायीं तरफ और साइड पोज़िशन में बच्चों को लिटा देना भाटा को कम करता है।
2- परावर्तन होने की आशंका वाले बच्चों में, वजन बढ़ने की नियमित निगरानी की जानी चाहिए, क्योंकि सामान्य पोषण की स्थिति पूरी नहीं की जा सकती है।
3- शिशुओं को बार-बार दूध पिलाना चाहिए और प्रत्येक भोजन के बाद उनकी गैस को निकालना चाहिए।
4- संदिग्ध भाटा वाले शिशुओं में, शांतिदायक चिकित्सीय हो सकते हैं। शांत करनेवाला बच्चे में लार के स्राव और आंत्र आंदोलनों को बढ़ाता है।
5- स्तन के दूध से पीड़ित शिशुओं में रिफ्लक्स कम हो जाता है। भोजन के उपयोग में, बकरी के सींग के पाउडर के साथ विशेष खाद्य पदार्थों को कम किया जाता है, जिससे भाटा की संभावना कम हो जाती है।
6- एलर्जी की स्थिति में, दूध की खपत पर ध्यान देने से भाटा की संभावना कम हो जाती है।
7- निष्क्रिय धूम्रपान जोखिम शिशुओं में भाटा को ट्रिगर करता है।
8- बड़े बच्चों में, चॉकलेटअत्यधिक वसायुक्त भोजन, खट्टा चिप्स, केचप, मेयोनेज़, प्याज़, लहसुन भोजन, कार्बोनेटेड पेय जैसे बच्चों को दूर रखा जाना चाहिए।
9- बच्चों में भोजन की मात्रा कम रखी जानी चाहिए, और शाम का भोजन सोने से कम से कम 2 घंटे पहले लेना चाहिए।
10- इंट्रा-पेट के दबाव को कम करने के लिए, बहुत तंग कपड़े नहीं पहनने चाहिए और बेल्ट को बहुत अधिक कड़ा नहीं करना चाहिए।
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