मूरत केकिली ने अपने गाए गीत से इज़रायली उत्पीड़न पर कड़ा प्रहार किया!
अनेक वस्तुओं का संग्रह / / October 09, 2023
कलाकार मूरत केकिली ने फ़िलिस्तीनी समाज के ख़िलाफ़ इज़रायल की अमानवीय क्रूरता को नोट्स में पिरोया। नेसिप फ़ाज़िल ने अपनी कविता 'इज़राइल को नष्ट करो' पढ़कर इज़राइल के उत्पीड़न की अभिव्यक्ति की कई उपयोगकर्ताओं द्वारा सराहना की गई।
खबर के वीडियो के लिए क्लिक करें घड़ीठेकेदार इजराइल उनका प्रशासन उत्पीड़ित फ़िलिस्तीनियों पर हर दिन होने वाले अत्याचार से अपना नाम कमा रहा है। जबकि अतीत से वर्तमान तक यह उत्पीड़न अंतहीन है, अब यह फिर से ज़ायोनी कब्जे वाले इज़राइल का है गाजापर हमले के साथ यह सामने आता है. इस अमानवीय क्रूरता के लिए कलाकार जिम्मेदार है. मूरत केकिलीमास्टर नेसिप फ़ाज़िल किसाकुरेक द्वारा 'इज़राइल को नष्ट करो' उन्होंने अपनी कविता को नोट्स में ढालते हुए जमकर प्रहार किया।
'इसे धो लो मुझे इसराइल की झुर्रियां देखने दो'
मास्टर कलाकार मूरत केकिली ने अपने सुरों से अमानवीय क्रूरता को अपनी आवाज दी। केकिली ने जो कविता अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखी, उसे कई यूजर्स ने सराहा।
'हर कलाकार को दिखानी चाहिए ये हिम्मत' , 'एक कलाकार को ऐसा ही होना चाहिए, हमारा दिल।''हमारी अंतरात्मा के लिए एक आवाज, एक भाषा होनी चाहिए' जैसी टिप्पणियाँ की गईं।